हमारे आसपास कुछ लोग मिल सकते हैं जिनके बारे में लोग यह मानते थे कि ये लोग बेवकूफ और गधे हैं और ये अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाएंगे। परंतु बाद में इन लोगों ने बहुत उन्नति की और जीवन में बहुत आगे भी बढ़े। इसका कारण क्या है?
इसके विपरीत हमें ऐसे लोग भी मिलेंगे जिन्हें सभी लोग होशियार समझते थे परंतु वे लोग अपने बाद के जीवन उतना आगे नहीं बढ़ पाए जितने उनसे अपेक्षित था। ऐसा क्यों होता है?
ऊपर की दोनों बातों का कारण हम अलग-अलग मामलों में अलग-अलग पाएंगे परंतु क्या हम एक जनरलाइज्ड विश्लेषण कर सकते हैं?
मैं कोशिश करता हूं। प्रकृति ने सभी को बराबर मात्रा में समय प्रदान किया है। इसके साथ ही सभी को कमोबेश दिमाग, सोचने की शक्ति और मेहनत करने की शक्ति भी प्रदान की है। हम पाएंगे की जो लोग इन सभी का अधिकतम और बेहतर उपयोग करते हैं वे ही जीवन में आगे बढ़ते हैं। उनके जीवन में भी कई तरह की कमियां और परेशानियां हो सकती हैं परन्तु वे ऐसा नहीं कर पाने के लिए बहाने नहीं बनाते हैं और अपने आप को जस्टिफाई नहीं करते हैं।
आपका क्या ख्याल है ……?
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